तु...ने...मण्यो मनुष्य अवतार....माड करीने... तोये भजया नही भगवान हेत धरीने....अंते खाशो जम नो मार पेट भरीने... माटे राम नाम सभार..... गयी पण पाछी फेर नही आवे मुरख मुड गमाय... भव सागर नी भुलवणी मा विती गया जुग चार.. फेरा फरीने....... जठराअग्नी मा जुग्ते राख्यो नव मास निराधार.... स्तुती कीधी अलबैला नी बार धर्यो अवतार.. माया मोही ने...... कणजग कुडो रंगे रुडो.. कहेता ना आवे पार... जप तप तिरथॅ कछु न करीया एक नाम आधार.... कृष्ण कहीने..... गुरु गम पायो मन ने छायो जुगती करी जादुराय.. गंगादास कु ज्ञान बतायो रामदास महाराज.....कृपा करीने.......
मंगलवार, 29 मार्च 2016
तु...ने...मण्यो मनुष्य अवतार....माड करीने...
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